बाइक लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाता है बाइक खरीदते समय पूर्ण जानकारी के अभाव के कारण गलती हो जाती हैं जो मनपसंद ना हो तो बाद में पछतावा होता हैं
मोटरसाइकिल हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है तथा यह एक अच्छा साधन है यह युवाओं के बीच में काफी पसंद किया जाता है रफ्तार को पसंद करने वाले की पहली पसंद भी है मैं आपको कुछ पॉइंट के बारे में बताता हूं जो नई बाइक खरीदते समय आपकी काफी मदद होगी जिससे मुझे खुशी होगी।
नई बाइक खरीदते समय इन टॉपिक पर ध्यान दीजिए
- बाइक का इंजन का कूलिंग सिस्टम
- बाइक का सस्पेंशन
- बाइक की गियरबॉक्स
- इंस्ट्रूमेंट कंसोल
- बाइक का टॉर्क तथा पावर
बाइक का इंजन का कूलिंग सिस्टम
बाइक लेते समय जितने भी सीसी का बाइक ले रहे हैं जैसे की आप 100cc का बाइक ले या 150cc का 350cc का या 400cc का बाइक ले रहे है आप जिस रेंज की बाइक ले रहे हैं आप उस बाइक के इंजन के कूलिंग सिस्टम को जरूर देखें ।
बाइक में दो तरह का कूलिंग सिस्टम आता है
- एयर कूलिंग सिस्टम
- लिक्विड कूलिंग सिस्टम
एयर कूलिंग सिस्टम
एयर कूलिंग सिस्टम में जब इंजन के कंबशन चेंबर में फ्यूल को ब्लास्ट किया जाता है तो इंजन हिट उत्पन्न करता है उस हिट को कम करने के लिए इंजन के चारों तरफ हिट सिंक लगा रहता है आप देखे होंगे कि इंजन पर बारीक-बारीक खाचा बना रहता है इसके थ्रू एयर क्रॉस करके बाहर जाती है और साथ में इंजन का हिट भी ले जाती है जिससे इंजन का हीटिंग काम होता है
लिक्विड कूलिंग सिस्टम
जब किसी बाइक के कंबशन चेंबर में फ्यूल को ब्लास्ट किया जाता है तो इंजन हिट उत्पन्न करता है तो इंजन के हिट को बाहर निकालने के लिए कूलेंट का इस्तेमाल किया जाता है जिस लिक्विड कूलिंग सिस्टम कहते हैं इसमें कूलेंट इंटरनल चैनल में सरकुलेशन करता है तथा हिट को ऑब्जर्व करता है फिर कूलेंट को रेडिएटर में सर्कुलेट किया जाता है जिसे फैन के द्वारा कूलेंट में से हिट को बाहर निकाल लिया जाता है इस प्रकार इंजन के हिट को इंजन से बाहर किया जाता है
बाइक का टॉर्क तथा पावर
बाइक खरीदते समय बाइक का टॉर्क को देखना काफी आवश्यक है जितना टॉर्क ज्यादा होगा बाइक की पावर तथा परफॉर्मेंस अच्छा रहता है ज्यादा टॉर्क और पावर वाली बाइक लॉन्ग ड्राइव के लिए बेहतर रहता है ज्बाइक लेते समय क्या देखे पावर वाली बाइक खराब रास्तों पर काफी मददगार रहता है जिसे आप आसानी से सफर तय कर सकते हैं जिस बाइक का टॉर्क तथा पावर ज्यादा रहता है उसे बाइक का इंजन अच्छा परफॉर्मेंस देता है लॉन्ग टूर के लिए बेहतर रहता है रफ सड़क पर जाने के लिए या पहाड़ों पर राइड करने के लिए बेहतर होता है जिसे से बाइक राइडिंग का मजे कर सकते हैं
बाइक का सस्पेंशन
बाइक की अच्छी सस्पेंशन होने से बाइक को चलाने मे काफी मदद मिलती है इस से बाइक चलाते समय झटका कम महसूस होता है बाइक की हैंडलिंग मे काफी मदद करता है जिस से बाइक चलाते समय आपको कॉन्फिडेंस आता है कि बाइक को हाइ स्पीड पर काॅन्ट्रोल कर सकते है बेहतर सस्पेंशन होने से बाइक की ड्यूरेबलिटी बढता है।
Re sell value
इंस्ट्रूमेंट कंसोल
बाइक लेते समय इंस्ट्रूमेंट कंसोल को जरूर देखें आजकल की हर बाइक हाईटेक हो गई है डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंट्रोल होने से राइडिंग मे काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है बाइक का इंस्ट्रूमेंट कंसोल डिजिटल होता है तो काफी अट्रैक्टिव दिखता है तथा बाइक की काफी सारी प्रक्रियाएं उसमें मौजूद रहती है जो आपके डेली लाइफ में मदद करता है जैसे कि कॉल,एसएमएस अलर्ट,फोन बैट्री इंडिकेटर,ट्रिप मीटर,बाइक का माइलेज ट्रेक्शन कंट्रोल ऑन ऑफ सिस्टम काफी और सारे फीचर्स आरपीएम स्पीडोमीटर इत्यादि मौजूद रहता है
बाइक की गियरबॉक्स
ज्यादातर बाइक में 4 गियर अधिकतम रहता है तथा आजकल नई बैकों में 5 गियर के साथ आ रहा है है सिक्स गियर के साथ भी आता है तो आप जो भी बाइक ले रहे हैं उसमें देखिए की बाइक में कितनी गियर है मिनिमम 5 गियर वाली बाइक लेने से यह फायदा है की बाइक स्मूथ चलती है तथा कम आरपीएम पर बाइक स्पीड अच्छा पकड़ लेती है जिससे फ्यूल की बचत होती है लॉन्ग राइड के लिए डिसकंफर्टेबल नहीं होता है
इलेक्ट्रिक स्टार्ट
इलेक्ट्रिक स्टार्ट बाइक में होना आजकल के जमाने में बहुत जरूरी है क्योंकि बाइक चलाते समय आप कभी ट्रैफिक में हो भीङ वाला एरिया में है और बाइक बंद हो जाए तो बाइक को न्यूट्रल करने के बाद चालू करने में काफी समय बर्बाद होता है तथा काफी परेशानी होती है इसके कारण बाइक में इलेक्ट्रिक स्टार्ट होना काफी जरूरी है